ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को चुनावी चुनोती
क्या उतनी मेहनत कर पाएंगे, जितनी मेहनत भाजपा की टीम कर रही है? यह लाख टके का सवाल है। नवीन पटनायक की सेहत ठीक नहीं है और कहा जा रहा है कि वे इलाज के लिए विदेश जाने वाले थे। लेकिन उनका कार्यक्रम लगातार टलता जा रहा है। इसका कारण यह है कि उनकी पार्टी में तोड़फोड़ की कोशिशें चल रही हैं और कहा जा रहा है कि 15 और 16 अप्रैल को भुवनेश्वर में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद उनकी पार्टी तोड़ने का ज्यादा आक्रामक प्रयास होगा। कुछ साल पहले भी एक बार उनकी पार्टी तोड़ने का प्रयास हुआ था। उस समय भी वे इंगलैंड के दौरे पर गए थे। वे दौरा बीच में रद्द करके वापस लौटे और उन्होंने अपने सबसे करीबी सहयोगी प्यारी मोहन महापात्र को पार्टी से निकाला था। पिछले दिनों प्यारी मोहन का निधन हो गया। इस बार कहा जा रहा है कि उनकी पार्टी के दो लोकसभा सांसद पार्टी तोड़ने की कोशिश में हैं। इनमें एक नाम जय पांडा का है। जोकि राजनीति के जाने माने नेता हैं।